निधि को ढूंढते ढूंढते प्रीता पहुंच जाने वाली है लूथरा हाउस
करण अपने बाथरूम में नहा रहा होगा तभी उसका टावल गीला हो जाता है और वह टॉवल के लिए आवाज लगाता है और उसी रूम में प्रीता आ जाती है और वह टावर करण को देती है जिसके बाद करण को एहसास हो जाता है कि जरूर यह प्रीता आई है
प्रीता समझ जाती है सृष्टि जरूर मुझसे कुछ छुपा रही है जोकि लूथरा परिवार से जुड़ा हुआ है
करण प्रीता को देखकर बहुत ज्यादा खुश हो जाएगा लेकिन प्रीता करण को नहीं पहचान पाती है